मुलाकात
चैन मिलता नहीं दिन में रात में ।
कोई तो बात थी तेरी हर बात में ।
ना सोचा हमने कभी दूर हो जायेंगे ,
सदियाँ जी जायेंगे एक मुलाकात में ।।
सपना देखा था हमने रहें साथ में ।
कांधे पर सिर रखें हाथ को हाथ में ।
रुहानी नशा हम पर छा जाये यूँ ,
हर मुलाकात हो एक मुलाकात में ।।
लक्ष्मण सिंह त्यागी रीतेश