कल कैसे जिये हम वो आज अंदाज भूल गये है
कल के रिति रिवाज क्या थे
आज हम उसे सरल बना बैठै है
कल का भारत कैसा था
आज उसे बदल बैठै है
आज देश पर राजनिति समझौते पर मत किया करे
समझौतो से नही देश चलाना है
जो आखें दिखायें गद्दार उसे सबक सीखाना है
कल वीरों ने संघर्षो से भारत बसाया है
आज ऐसा क्या हो गया
जो लड़ कर अमर हो गये
उनको हम सही नमन करना भूल गये
कल कैसे जिये हम वो आज अंदाज भूल गये ।
लेखक : अक्षय आजाद भण्डारी
राजगढ़ (धार) मध्यप्रदेश
फोन: 9893711820
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