अपना ख्याल रखना – प्रेम ठक्कर

  • Post author:Manisha Tyagi

अपना ख्याल रखना

ज़िन्दगी के सफर में,
जब दूरियाँ अधिक हो जाती हैं,
अगर प्रेम सच्चा हो, तो एहसासों की मिठास और भी मजबूत हो जाती है।

सोचता हूँ, दिन-रात,
तुम्हारे साथ बिताए हुए पलों को,
मेरी तो बहुत फिक्र करती थी,
पर अपना ख्याल बिल्कुल नहीं रखती थी।
सब को गहरी नींद सुलाकर,
थकान और दर्द से भरी आँखों से देर रात तक जागती थी।

तुम्हारी यादों का सहारा,
हर क्षण मेरे पास है,
दूरियों की परछाइयों में भी,
तुम्हारा साया पल-पल मेरे साथ है।

हम ज़रूर मिलेंगे एक दिन,
पर जब तक हम फिर से मिल नहीं जाते,
तुम यह जान लेना।
तुम मेहनत करती हो अथाह,
पर कर लो थोड़ी सी अपनी भी परवाह,
बस इतनी सी मेरी विनंती मान लेना।

प्रेम ठक्कर “दिकुप्रेमी”
Surat, Gujarat
9023864367

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