आत्महत्या
रॉबिन के माता पिता के हाथ में राॅबिन के हाईस्कूल का री-चैकिंग के बाद का रिजल्ट था और आँखों में आँसू ।
आँखों में आँसू इसलिए नहीं थे कि राॅबिन का रिजल्ट खराब आया हो बल्कि इसलिए थे क्योंकि जिसका रिजल्ट था अब वो इस दुनियाँ में नहीं था ।
हुआ ये था कि राॅबिन इस साल कक्षा दसवीं में था और पूरी साल मन लगाकर पढ़ाई भी की । पेपर अच्छे हुए ।
उसे पूरा यकीन था कि वो अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होगा मगर जब रिजल्ट आया तो पता लगा कि वो गणित विषय में अनुत्तीर्ण है ।
राॅबिन को बहुत दुख हुआ और आश्चर्य भी कि वो गणित में अनुत्तीर्ण कैसे हो सकता है ? गणित तो उसका पसंदीदा विषय था ।
दो तीन दिन वो अनमना सा रहा उसके बाद उसने आत्महत्या कर ली ।
इन तीन दिनों में ना तो उसके माता पिता ने उससे बात की और ना ही किसी दोस्त ने । हालाँकि री चैकिंग के लिए राॅबिन ने आवेदन तो कर दिया था मगर उसके रिजल्ट आने तक का इंतजार नहीं कर सका और आत्म हत्या कर बैठा।
आज जब उसका री-चैकिंग का रिजल्ट आया तो पता चला कि उसके सबसे ज्यादा अंक गणित विषय में ही हैं ।
इसीलिए आज उसके माता पिता ने राॅबिन का रिजल्ट देखा तो उसके उत्तीर्ण हो जाने के बावजूद उसके माता पिता रो रहे थे ।
राॅबिन की मौत का जिम्मेदार कौन है ?
कोई एक नहीं बल्कि अनेक लोग ही हैं। पहला वो शिक्षक जिसने उसकी काॅपी लापरवाही से चैक की ।
दूसरा उसके माता पिता जिन्होंने रिजल्ट के बाद उससे सीधे मुंह बात नहीं की बल्कि उसको उम्मीदों के बोझ तले दबा दिया ।
तीसरे उसके मित्र जिनकी उसे इस समय सबसे ज्यादा जरूरत थी तब भी वो नदारद थे और चौथा कारण राॅबिन स्वयं था जिसको खुद पर भरोसा नहीं था और ना ही धैर्य।
खैर इन चीजों पर विचार विमर्श बहुत आवश्यक है ।
लक्ष्मण सिंह त्यागी रीतेश